नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल और स्लोवाकिया की अपनी दो देशों की राजकीय यात्रा के पहले चरण में रविवार को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन के लिए रवाना हुईं। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल और स्लोवाक गणराज्य की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा पर रवाना हुईं। यह पिछले 25 से अधिक वर्षों में भारत के राष्ट्रपति द्वारा इन दोनों देशों की पहली राजकीय यात्रा है। इन यात्राओं से यूरोपीय संघ के दो महत्वपूर्ण भागीदारों के साथ भारत के बहुआयामी संबंधों का और विस्तार होगा।’

पुर्तगाल की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू यूरोपीय देश के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा से मुलाकात करेंगी और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगी। वह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो एगुइर-ब्रैंको से भी मुलाकात करेंगी। किसी भारतीय राष्ट्रपति की पुर्तगाल यात्रा 27 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है। यह ऐसे समय हो रही है जब भारत और पुर्तगाल राजनयिक संबंधों की पुनः स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। भारत और पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में आधुनिक और गतिशील साझेदारी में बदल गए हैं। यह यात्रा पुर्तगाल के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को और गति प्रदान करेगी।

स्लोवाकिया में राष्ट्रपति मुर्मू देश के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी और प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। भारत के किसी राष्ट्रपति की 29 साल में यह पहली स्लोवाकिया यात्रा होगी। राष्ट्रपति की यह राजकीय यात्रा भारत, पुर्तगाल और स्लोवाकिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत और व्यापक बनाने का अवसर प्रदान करेगी और भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों को भी मजबूत करेगी।

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